मानसून के चलते दिल्ली एनसीआर के तमाम इलाकों में काफी ज्यादा पानी की बारिश हुई है और इसके चलते काफी सारी लोगों की गाड़ी, बाइक पानी में डूब जाते हैं या फिर कहे कर में पानी घुसने के बाद भारी नुकसान भी हो जाता है जिसके चलते रिपेयरिंग करवाने पर हजारों रुपए का खर्चा आता है।
ऐसे में आप लोगों के मन में भी सवाल आता होगा कि क्या इंश्योरेंस बाढ़ अथवा बारिश से होने वाले नुकसान का भी कवर करता है तो आप सभी के इन्हीं सवालों के जवाब आज के इस आर्टिकल में मिलने वाले हैं कि आपको बारिश अथवा बाढ़ में कौन से कवर पर लाभ मिल सकता है और क्या-क्या लाभ मिल सकता है।
कार में होने वाले नुकसान
आप सभी की जानकारी के लिए बताने की अगर आपकी गाड़ी के अंदर पानी घुस जाता है तो क्या-क्या नुकसान कर सकता है अगर स्पर्श की माने तो अगर इंजन के अंदर पानी गया है तो इंजन फेल होने की आशंका बताई जाती है इसके साथ इलेक्ट्रिक फाइनेंस और इलेक्ट्रानिक सिस्टम को भी काफी ज्यादा नुकसान हो सकता है इसके साथ ही कई इंटरनल पार्ट्स में जंग लगने की आशंका बताई जा सकती है और अंदर गियर बॉक्स के पानी जाने पर गियर बॉक्स में खराबी आ सकती है।
इसके साथ ही कार में इंटीरियर सेट एक वेट जैसी अन्य चीज भी डैमेज हो सकती है अगर एक्सपर्ट की बात माने तो इनमें से कुछ समस्या तो तुरंत ही देख जाते हैं जिन पर आपको कई सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है और कुछ समस्या बाद में भी देखने को मिल सकते हैं।
कौन सी पॉलिसी आएगी काम
अगर आपने कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी ली हुई है, तो आप बाढ़ या फिर बारिश से हुए नुकसान का क्लेम प्राप्त कर सकते हैं। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के हिसाब से बताया जाता है कि अगर आपने कंप्रिहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी की खरीदारी की हुई है यह बाढ़, आग और चोरी की गार्ड होने वाले नुकसान का कवर प्रदान करती है। यह कवरेज कर की उम्र पर भी निर्भर करता है उदाहरण के तौर पर अगर प्लास्टिक और रबड़ के पार्ट्स पर आपको 50% तक की कवरेज प्रदान की जाती है।
यह गलती करने पर क्लेम रिजेक्ट हो सकता है
इंश्योरेंस कंपनियां बाढ़ से संबंधित सभी प्रकार के नुकसान के लिए वैसे तो कवरेज आसानी से प्रदान करती हैं लेकिन कुछ केसेस में आपका रिजेक्ट भी हो सकता है जैसे की बाढ़ के बाद कर मलिक के लाभ प्रवाहित से हुए नुकसान के कारण आपको क्लेम नहीं मिलेगा। इसमें आपकी कर बेसमेंट में खड़ी है और वह पानी में डूब जाते हैं और आप सीधे बीमा कंपनी को रिपोर्ट करते हैं तो आपको कार की केस का क्लेम नहीं मिलेगा।
आपकी अगर कार बेसमेंट में खड़ी है तो सीधा कंपनी वाले ले जाएंगे और तो करके गैराज में ले जाते हैं क्लेम से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई समस्या होने पर उसमें सभी प्रकार की कार्रवाई की जाएगी और इंजन हाइड्रोस्टिक से पता चल जाएगा कि इस केस में बीमा कंपनी इंजन की खराबी को कार नहीं करेगी क्योंकि यह आपकी लापरवाही के कारण होता है।
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